8वीं एमएमए राष्ट्रीय चैंपियनशिप में छग ने 8 स्वर्ण, 2 रजत और 5 कांस्य पदक जीते, मप्र रहा प्रथम
रायपुर। मध्यप्रदेश के धार में 8 से 11 जनवरी तक आयोजित 8वीं एमएमए राष्ट्रीय चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों ने 8 स्वर्ण, 2 रजत और 5 कांस्य पदक जीते, जबकि पहला स्थान टीम मध्य प्रदेश ने 9 स्वर्ण पदकों के साथ हासिल किया। 15 पदकों के साथ छत्तीसगढ़ की टीम उपविजेता रही और प्रतियोगिता समापन के वापस छत्तीसगढ़ लौटी जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। टीम में 20 खिलाड़ी, 3 अधिकारी और 1 टीम मैनेजर शामिल थे।
राज्य की प्रतिष्ठा को और बढ़ाते हुए डॉ. दिव्या नितिन सिंह, छत्तीसगढ़ एमएमए की महासचिव और एमएमए इंडिया नेशनल फेडरेशन की मेडिकल कमीशन चेयरमैन, ने इस चैंपियनशिप में कट टीम लीड के रूप में अपनी भूमिका निभाई। डॉ. सिंह भारत की पहली और एकमात्र आईएमएमएएफ इंटरनेशनल सर्टिफाइड कटवुमन हैं। सेंसई नितिन सिंह, एमएमए इंडिया के संयुक्त सचिव, आईएमएमएएफ इंटरनेशनल सर्टिफाइड रेफरी और जज, और रेफरी कमीशन के डिप्टी चेयरमैन ने इस चैंपियनशिप में टूर्नामेंट कोऑर्डिनेटर के रूप में अपनी भूमिका निभाई।
टीम छत्तीसगढ़ को तीसरा एमएमए इंडिया नेशनल अवार्ड्स में “सर्वश्रेष्ठ मेजबान का पुरस्कार” प्रदान किया गया। यह दूसरी बार है जब छत्तीसगढ़ को यह सम्मान मिला है। इसके अलावा यह तीसरा लगातार वर्ष है जब छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया है।
छत्तीसगढ़ एमएमए एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री आलोक त्रिपाठी ने टीम छत्तीसगढ़ को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने और सीजीएमएमए के सभी बोर्ड सदस्यों ने टीम की लगातार उत्कृष्टता पर गर्व व्यक्त किया। एमएमए इंडिया नेशनल फेडरेशन के अध्यक्ष श्री मो. शरीफ बापू और महासचिव श्री प्रसाद गायतोंडे ने भी टीम छत्तीसगढ़ के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की और उनकी मेहनत की प्रशंसा की। छत्तीसगढ़ एमएमए में नई ऊंचाइयां छूते हुए प्रदेश को गौरवान्वित कर रहा है।