दिल्ली में इस दिन से पुरानी गाड़ियों को नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल, 477 पंपों पर लगाए गए कैमरे

राजधानी दिल्ली की रेखा सरकार जल्द ही पुराने गाड़ियों को पेट्रोल-डीजल देने पर रोक लगाने वाली है. इसकी निगरानी के लिए 477 फ्यूल स्टेशनों पर कैमरे लग चुके हैं जो गाड़ी की उम्र और PUC जांचेंगे. अगले 10-15 दिनों में बाकी 23 पंपों पर भी सिस्टम लगाया जाएगा. दिल्ली सरकार की यह योजना अप्रैल के अंत में लागू होगी. सरकार के इस फैसले के पीछे की वायु प्रदुषण पर रोक लगाने के साथ ही साथ सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करना है. दिल्ली सरकार जल्द ही ऐसी योजना लागू करने जा रही है, जिसके तहत तय उम्र से ज्यादा पुराने वाहनों को पेट्रोल या डीजल नहीं मिलेगा. यह फैसला बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए लिया जा रहा है. दिल्ली सरकार ने राजधानी के कुल 500 पेट्रोल पंपों में से 477 पर ANPR कैमरे सिस्टम लगा दिए हैं. ये हाईटेक कैमरे वाहन की नंबर प्लेट स्कैन करके उसकी उम्र और प्रदूषण प्रमाण पत्र (PUC) की जांच करेंगे. कोई वाहन अगर तय उम्र से पुराना है या PUC नहीं है, तो पंप अटेंडेंट को अलर्ट मिलेगा और उसे फ्यूल नहीं दिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक अभी तक 372 पेट्रोल पंप और 105 CNG स्टेशनों पर ये डिवाइस लग चुकी है, और बाकी बचे 23 पंपों पर अगले 10-15 दिनों में सिस्टम लगा दिया जाएगा. पर्यावरण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, इस योजना को अप्रैल के अंत तक पूरी दिल्ली में लागू कर दिया जाएगा. पहले ये योजना 1 अप्रैल से शुरू होनी थी, लेकिन सभी जगह डिवाइस न लग पाने की वजह से इसे टालना पड़ा. सीएम रेखा गुप्ता और पर्यावरण मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा खुद इस प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में दिल्ली में डीजल वाहन की उम्र 10 साल और पेट्रोल की 15 साल तय की थी. 2014 में NGT ने भी 15 साल से पुराने वाहनों को पब्लिक एरिया में पार्क करने पर रोक लगाई थी. अब दिल्ली सरकार इस आदेश को सख्ती से लागू करने जा रही है ताकि प्रदूषण पर लगाम लगाई जा सके.