व्यापार जगत

सेंसेक्स में पहली बार अडानी के किसी स्टॉक की होगी एंट्री, विप्रो होगी बाहर

नई दिल्ली. आडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स 24 जून को सेंसेक्स में विप्रो की जगह लेगी। अडानी ग्रुप की यह पहली कंपनी होगी, जो सेंसेक्स में शामिल होगी। बता दें समय-समय पर 30 स्टॉक्स वाले बीएसई के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स में बदलाव होता रहता है। इसी के तहत इस इंडेक्स से विप्रो की विदाई और अडानी पोर्ट्स की एंट्री हो रही है।

अगर दोनों कंपनियों के शेयर प्राइस हिस्ट्री पर नजर डालें तो पिछले एक साल में 96 फीसद से अधिक उछला है। इसकी तुलना में बीएसई पर विप्रो के शेयर 28 फीसद ही चढ़ पाए हैं। विप्रो का 52 हफ्ते का हाई 546.10 रुपये है और लो 375 रुपये। जबकि, अडानी पोर्ट्स का 52 हफ्ते का हाई 1607.95 रुपये और लो 702.85 रुपये है।

इस साल अबतक अडानी पोर्ट्स ने 40 फीसद से अधिक का रिटर्न दिया है। जबकि, विप्रो ने केवल 3.53 पर्सेंट। विप्रो का मार्केट कैप 2.58 लाख करोड़ है, जबकि अडानी पोर्ट्स का 3.18 लाख करोड़।

टॉप-30 कंपनियां हैं सेंसेक्स में

सेंसेक्स में देश की टॉप-30 कंपनियां शामिल हैं। सेंसेक्स की गणना फ्री फ्लोट कैपिटेलाइजेशन के आधार पर की जाती है। सेंसेक्स में स्टॉक्स को शामिल या बाहर करने के लिए हर छह महीने पर रिव्यू किया जाता है।

अडानी पोर्ट देश का सबसे बड़ा पोर्ट ऑपरेटर है। इसके पास 13 पोर्ट हैं। इनमें गुजरात में मुंद्रा पोर्ट, टूना टर्मिनल, दहेज पोर्ट और हजीरा पोर्ट शामिल है। जबकि, महाराष्ट्र में अडानी का दीघी पोर्ट है। मोर्मूगांव टर्मिनल के नाम से एक पोर्ट गोवा में है तो केरल में विझिंगम पोर्ट है। पश्चिम बंगाल में हल्दिया, ओडिशा में धामरा, आंध्र प्रदेश में गंगावरम और कृष्णपटनम पोर्ट हैं। इसके अलावा तमिलनाडू में कट्टूपल्ली टर्मिनल और एन्नोर टर्मिनल नाम से दो पोर्ट हैं।

अडानी पोर्ट्स के फाउंडर हैं गौतम अडानी

अडानी पोर्ट्स की स्थापना 1998 में की गई थी। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी इसके फाउंडर हैं। गौतम अडानी ने अपने बेटे करण अडानी को कंपनी का मैनेजिंग डायेरेक्टर बनाया है। इस कंपनी के सीईओ अश्वनी गुप्ता हैं।

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