ओवेरियन कैंसर से हुई फैशन इंफ्लूएंसर की मौत, जानें इस बीमारी के पहले लक्षण
पॉपुलर फैशन इंफ्लूएंसर सुरभि जैन की मात्र 30 की उम्र में मौत हो गई। कैंसर से जूझ रहीं सुरभि ने आखिरी पोस्ट करीब दो महीने पहले की थी। जिसमे उन्होंने अपनी हेल्थ कंडीशन के बारे में बताया था। सुरभि जैन को 27 की उम्र में भी कैंसर हुआ था। जिसमे उन्हें बड़ी सर्जरी से गुजरना पड़ा था। वहीं दोबारा हुए ओवेरियन कैंसर के इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। ओवेरियन कैंसर बेहद घातक होता है और इसके लक्षणों का पता आसानी से नहीं चलता। भारत में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के बाद ये तीसरा कैंसर है जो महिलाओं को सबसे ज्यादा होता है।
क्या है ओवेरियन कैंसर
महिलाओं में होने वाले सबसे कॉमन कैंसर में से एक है। जिसमे एक या दोनों ओवरी में ट्यूमर या गांठ हो जाती है। ओवेरियन कैंसर के तीन टाइप्स होते हैं। पहले टाइप जो सबसे ज्यादा होते हैं। इसमे ओवरी के बाहर कोशिकाओं में पैदा होते हैं। वहीं 4 प्रतिशत उन कोशिकाओं में होते है जो एग्स प्रोड्यूस करते हैं। और सबसे दुर्लभ है स्ट्रोमल जो ओवरी के अंदर सपोर्टिंग कोशिकाओं में पैदा होते हैं। कैंसर काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में करीब 1200 महिलाओं में ओवेरियन कैंसर का पता चला। जिनकी एवरेज उम्र 64 साल के करीब थी।
ओवेरियन कैंसर के लक्षण
डाक्टर्स का कहना है कि गर्भाशय के कैंसर में कोई भी लक्षण पहले से नहीं दिखते जब तक कि ये आखिरी स्टेज पर नहीं पहुंचने लगते। लेकिन फिर भी शरीर में होने वाली इन समस्याओं को कैंसर के लक्षण माना जाता है।
एब्डॉमिनल ब्लॉटिंग-पेट के निचले हिस्से में दर्द, सूजन रहना।
वजाइनल ब्लीडिंग या असामान्य ब्लीडिंग, पीरियड्स के अतिरिक्त। मेनोपॉज के टाइम पर ब्लीडिंग
खाने में तकलीफ या फिर बहुत जल्दी पेट भरा महसूस होना या भूख ना लगना
बार-बार यूरिन पास होना या फिर अचानक से यूरिन जाने की जरूरत महसूस होना
पीठ, कमर के निचले हिस्से एब्डॉमिनल या पेल्विक पेन
कब्ज या डायरिया की समस्या
पीरियड्स टाइम पर ना आना
थकान
अपच
इंटरकोर्स के दौरान दर्द
बहुत ज्यादा वजन बढ़ना या फिर अचानक से वजन घटना
ये लक्षण भले ही किसी और समस्या से हो सकते हैं लेकिन इन लक्षणों के दिखने पर ओवेरियन कैंसर का टेस्ट करना बेहद जरूरी है।
ओवेरियन कैंसर के कारण
डॉक्टर्स के मुताबिक ओवेरियन कैंसर होने का सटीक कारण नहीं पता। लेकिन बहुत सारी महिलाएं ओवेरियन कैंसर के रिस्क पर रहती हैं अगर ये कंडीशन हैं-
-60 साल से ऊपर की महिलाएं
-मोटापे से ग्रस्त
-ओवेरियन कैंसर की फैमिली हिस्ट्री, जिसमे जीन म्यूटेशन के जरिए वो बच्चों को मिल जाता है।
-कभी भी प्रेग्नेंट ना होना या बहुत देर से बच्चे पैदा करना
-एंडोमेट्रियोसिस
-डाक्टरों के मुताबिक उम्र बढ़ने के साथ ओवेरियन कैंसर होने का रिस्क बढ़ता ही जाता है।