AAP ने गठबंधन धर्म नहीं निभाया, गुजरात में कांग्रेस अकेले लड़ेगी उपचुनाव, प्रदेश अध्यक्ष गोहिल ने की घोषणा

अहमदाबाद: गुजरात में दो विधानसीटों पर उपचुनाव होने हैं। कांग्रेस ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। वैसे भी इस बार कांग्रेस गुजरात फतह का इरादा बना रही है। हाल ही में उसने बड़ा अधिवेशन कर अपनी मंशा साफ कर दी है। अब यहां दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव में पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। उसने ऐलान कर दिया है कि आप के साथ उपचुनाव में कोई गठबंधन नहीं होगा।
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने पार्टी की एक मीटिंग के दौरान यह घोषणा की है। गुजरात उपचुनाव में कांग्रेस आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। कांग्रेस और आप अलग-अलग इस बार उपचुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस ने ये निर्णय क्यों लिया, गोहिल ने इसकी वजह भी स्पष्ट कर दी है।
गोहिल ने कहा कि गुजरात उपचुनाव में पार्टी ने आप से अलग उपचुनाव लड़ने का फैसला लिया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अरविंद केजरीवाल की पार्टी की ओर से बिना जानकारी और चर्चा किए पहले ही विसावदर सीटस से अपना कैंडिडेट मैदान में उतार दिया है। ऐसे में अब उपचुनाव में गठबंधन की कोई बात ही नहीं है।
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष गोहिल ने कहा कि आप ने INDIA का नियम तोड़ा है। उसने गठबंधन का हिस्सा होने के बाद भी बिना जानकारी दिए विसावदर सीट पर गोपाल इटालिया को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। AAP ने गठबंधन धर्म नहीं निभाया। हालांकि गोहिल ने कहा कि हालांकि दोनों पार्टियां राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन का हिस्सा रहेंगी।
गुजरात की जनता ने कभी “तीसरी पार्टी” को नहीं स्वीकार किया है। हालांकि प्रदेश इकाइयां अपने स्तर पर फैसले लेने के लिए स्वतंत्र है, फिर भी गठबंधन के कुछ सिद्धांत होते हैं। हरियाणा विस चुनाव में हार मिलने का भी यही कारण था क्योंकि आप ने कुछ सीटों पर उसकी बात मानने से इनकार कर दिया था और अपने कैंडिडेट उतारने का फैसला लिया था।
जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट से आप विधायक भूपेंद्र भयानी इस्तीफा देकर भाजपा में चले गए थे। दिसंबर 2023 से ये सीट खाली है। इसके अलावा मेहसाणा की कडी सीट भाजपा विधायक करसन सोलंकी के निधन के बाद बीते 4 फरवरी से रिक्त है।