जगन रेड्डी के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई, 14 साल पुराने केस में 800 करोड़ की संपत्ति जब्त

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और उनके सहयोगियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग ₹800 करोड़ की संपत्तियां अटैच कर दी हैं। ये कार्रवाई 14 साल पुराने मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ी है, जिसमें जमीन और कंपनियों के शेयर शामिल हैं।
ईडी के मुताबिक, यह मामला 2009 में दर्ज हुए भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़ा है, जिसमें आरोप है कि जगन रेड्डी ने अपने पिता और तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए निजी कंपनियों को सरकारी लाभ दिलवाया और बदले में भारी निवेश हासिल किया।
ईडी की अटैच की गई संपत्तियों में हाइडल पावर प्रोजेक्ट्स से जुड़ी जमीन, जगन रेड्डी से जुड़े लोगों की कंपनियों के शेयर होल्डिंग्स और कई शेल कंपनियों के जरिए ट्रांसफर की गई राशि भी शामिल है।
जांच एजेंसी का दावा है कि इन निवेशों का इस्तेमाल जगन रेड्डी की कंपनी साक्षी मीडिया ग्रुप, भारती सीमेंट्स और अन्य प्रोजेक्ट्स में हुआ।
मुख्यमंत्री कार्यालय या जगन रेड्डी की ओर से अब तक इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पहले ही इन मामलों को राजनीतिक साजिश करार देती रही है।
सीबीआई ने 2011 में जगन रेड्डी के खिलाफ केस दर्ज किया था, जिसमें कहा गया कि उन्होंने अपने पिता के मुख्यमंत्री रहते हुए करीब ₹43,000 करोड़ की संपत्ति अर्जित की, जिनमें से बड़ी राशि अवैध थी। इस केस से जुड़ी ईडी की जांच भी उसी साल शुरू हुई थी।