आबकारी मंत्री कवासी लखमा से ED ने करीब 8 घंटे की पूछताछ, बाहर निकलकर कहा- लड़ाई …
छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से ED ने करीब 8 घंटे पूछताछ की है। वे शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से पहले ही रायपुर के ED दफ्तर पहुंच गए थे। यहां लखमा के बेटे हरीश और उनके तत्कालीन OSD रहे जयंत देवांगन भी मौजूद रहे।
पूछताछ खत्म होने के बाद उन्होंने कहा कि, मैं गरीब व्यक्ति हूं, आदिवासी आदमी हूं, आदिवासियों के लिए आवाज उठाता रहूंगा। उसी से नाराज होकर भाजपा ने मुझे परेशान करने के लिए आरोप लगाए हैं। इसकी लड़ाई अंतिम तक लडूंगा। जब तक जिंदा रहूंगा, आदिवासियों के लिए लड़ता रहूंगा। पूछताछ से पहले लखमा ने मीडिया से कहा कि, मैं निर्दोष हूं, गरीब आदमी हूं। जो भी मुझे परेशान करेगा ऊपरवाला उसे नहीं छोड़ेगा। कहीं पर भी कैश और फूटी कौड़ी नहीं मिली। बता दें कि शराब घोटाला मामले में ED को कवासी के खिलाफ सबूत मिले हैं। ED का दावा है कि कवासी अवैध शराब बिक्री पर कमीशन लिया करते थे।
लखमा ने कहा कि, घर और गाड़ी से जितने कागजात मिले हैं वो विधानसभा से संबंधित थे। ये लोग सब कुछ कर सकते हैं पर सच को छिपा नहीं सकते। विधानसभा में मैंने बस्तर की आवाज उठाई, इसलिए मेरे खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मैं लगातार चुनाव जीतता आ रहा हूं। बीजेपी ना जिला पंचायत जीत पाई ना नगर पंचायत। इसी वजह से मुझे दबाया जा रहा है।
शराब घोटाले में ED के छापे के बाद कवासी लखमा ने कहा मैं हूं निर्दोष हूं। पूर्व मंत्री ने अपनी संपत्ति पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि मैं राजनीतिक परिवार से नहीं हूं। जगदलपुर में 2009 में 2 एकड़ जमीन ली थी। उसके अलावा मेरे पास कोई संपत्ति नहीं है। मैं कभी वार्ड मेंबर और सरपंच तक नहीं था। टोरा, महुआ, इमली का धंधा करता था। फिर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गया। मुझे सुकमा से टिकट मिला और जीता। 15 साल में भाजपा वहां जीत नहीं पाई है। लेकिन मुझे न्यायपालिका पर विश्वास है।