पहले एक राज्य के लिए बनता था बजट, अब इसमें 2 राज्य और जुड़ गए; संजय राउत क्या-क्या बोले?
नई दिल्ली. शिवसेना सांसद संजय राउत ने मोदी सरकार के आम बजट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि इसमें आम आदमी के लिए कुछ नहीं है। ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा, “पिछले दस सालों में बजट से आम आदमी, किसान, छात्रों को क्या मिला? पहले सिर्फ एक राज्य गुजरात के लिए बजट बनता था, अब इसमें दो और राज्य जुड़ गए हैं… पहली बार मैंने देखा है कि देश के कल्याण के लिए नहीं बल्कि सरकार बचाने के लिए बजट बनाया गया है।”
कई विपक्षी दलों ने बजट को मायूस करने वाला बताया है। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने भी बजट को निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि बजट भाषण में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिससे हमें भरोसा हो कि सरकार मुद्रास्फीति के मुद्दे से गंभीरता से निपटेगी।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने भी मंगलवार को संसद में पेश किये गये केंद्रीय बजट को निराशाजनक बताते हुये कहा कि बजट में अच्छे दिन की उम्मीद कम बल्कि आम जन के लिये मायूसी ज्यादा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “संसद में आज पेश केन्द्रीय बजट अपने पुराने ढर्रे पर कुछ मुट्ठी भर अमीर व धन्नासेठों को छोड़कर देश के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं, मेहनतकशों, वंचितों व उपेक्षित बहुजनों के त्रस्त जीवन से मुक्ति हेतु ’अच्छे दिन’ की उम्मीदों वाला कम बल्कि उन्हें मायूस करने वाला ज्यादा।”
उन्होने कहा “ देश में छाई जबरदस्त गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पिछड़ापन तथा यहाँ के 125 करोड़ से अधिक कमजोर तबकों के उत्थान व उनके लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं के प्रति इस नई सरकार में भी अपेक्षित सुधारवादी नीति व नीयत का अभाव। बजट में ऐसे प्रावधानों से क्या लोगों का जीवन खुश व खुशहाल हो पाएगा।”