किसी से डरना नहीं है; वोटों की गिनती में जुटे अफसरों से मल्लिकार्जुन खरगे की अपील
नई दिल्ली. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में हुए मतदान के आंकड़े आज सामने आ जायेंगे। वोटों की गिनती कुछ ही देर में शुरू होने वाली है। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मतगणना से जुड़े अफसरों से अपील की है कि किसी भी असंवैधानिक तरीके के आगे न झुकें। अपना कर्तव्य बिना किसी डर या दबाव के पूरा करें। खरगे ने यह अपील वोटों की गिनती शुरू होने से एक दिन पहले की है। खरगे ने आगे बढ़ते हुए यह भी कहा कि कुछ संस्थानों ने ने तो अपनी स्वंत्रता छोड़ ही दी है और सत्तारूढ़ पार्टी के हुक्म का पालन करने में बेशर्मी से जुट गए हैं।
बता दें कि यह पहली बार है जब किसी विपक्षी पार्टी के नेता ने मतगणना से जुड़े अफसरों से कुछ अपील की हो।अपने संदेश में उन्होंने कहा,”कांग्रेस पार्टी आप सभी अफसरों से अपील करती है कि संविधान को ध्यान में रखते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करें। बिना किसी डर, पक्षपात या दबाव में आए बिना देश की सेवा करें। मतगणना वाले दिन योग्यता के आधार पर नतीजा तय हो न कि किसी डर या दबाव के कारण। हम आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर लोकतंत्र और आधुनिक भारत का निर्माण करने वाला संविधान सौंपने के लिए ऋणी हैं।”
इसी में आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान का स्वतंत्र होना बहुत जरूरी है। हर सिविल सर्वेंट सेवा में आने पर संविधान की शपथ लेता है कि वह बिना किसी डर, दवाब, पक्षपात के अपना कर्तव्य निभाएगा। इसलिए बहुत जरूरी हो जाता है कि हर पद पर बैठे अफसर संविधान के इन मूल्यों को ध्यान में रखें। हम उनसे उम्मीद करते हैं कि वो सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के ही दवाब में बिना आए अपनी सेवा देंगे।
भाजपा पर भी साधा निशाना
खरगे ने सत्तारूढ़ भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा,” हम देख रहे हैं कि कुछ संस्थानों ने अपनी स्वंत्रता सत्ता में बैठी पार्टी के हाथों बेच दी है। वे बेशर्मी की सभी हद पार कर चुके हैं और महज सत्ता में बैठे लोगों के आदेशों का पालन करने में लगे हुए हैं। इनमें से कुछ संस्थानों ने तो उनके बोलने, बैठने, बात करने तक का तरीका अपना लिया है।” इसी में जोड़ते हुए आगे उन्होंने कहा कि ये इन संस्थानों की गलती नहीं है। बल्कि यह तो सत्ता में बैठे तनशाहों द्वारा मिली हुई ताकत का दुरुपयोग है।”
बता दें कि खरगे का यह संदेश उस समय सामने आया है जब कांग्रेस के ही एक नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि गृह मंत्री अमित शाह ने मतगणना शुरू होने से पहले सभी जिलाधिकारीयों से संपर्क साधा है। चुनाव आयोग ने उन्हें इस आरोप से जुड़े सुबूत पेश करने के लिए कहा है।