छतरपुर प्रशासन की कार्रवाई को लेकर दिग्विजय ने उठाए सवाल
भोपाल, मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में थाने पर पथराव के बाद मामले के मुख्य आरोपी और कांग्रेस के नेता हाजी शहजाद के मकान पर प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई को लेकर अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाते हुए खजुराहो सांसद और भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा पर निशाना साधा है।
श्री सिंह ने कल देर रात एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि वे छतरपुर में थाने पर पथराव का समर्थन नहीं करते, लेकिन इसके आरोप में हाजी शहजा़द अली का मकान ज़मींदोज़ करना, उनकी गाड़ियों पर बुलडोज़र चलाना और उसे गुनाहों का मुखिया घोषित करना भी संदेह पैदा करता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता जिस घटना को पत्थरबाज़ी से जोड़ रहे हैं, स्थानीय कलेक्टर उसे अवैध निर्माण का मामला बता रहे हैं। प्रशासन और राजनीतिक लोगों के बयानों में विरोधाभास है।
इसी क्रम में उन्होंने कहा, ‘दूसरी तरफ़ क़ानूनी सवाल भी हैं कि किसी व्यक्ति का घर बिना प्रक्रियाओं का पालन किए कैसे तोड़ा गया? सबसे बड़े कोतवाल सांसद जी बनकर उभरे और तुरंत बयान दे दिया कि पत्थर फेंकनेवालों के साथ यही सलूक किया जाएगा और उन्हें नेस्तनाबूद कर देंगे। क्या देश में न्यायालय की भूमिका ख़त्म हो गयी है? क्या स्थानीय पुलिस और सांसद ही क़ानूनी फ़ैसले लेने के लिए नियुक्त कर दिए गए हैं।’
इसके पहले कल इस मामले को लेकर कांग्रेस के ही विधायक आरिफ मसूद ने अपनी पार्टी के नेताओं को सवालों के घेरे में ले लिया था। उन्होंने कहा था कि छतरपुर में कांग्रेस के नेता पर बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चुप क्यों हैं। उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का नाम लेते हुए कहा कि एक समाज विशेष के कांग्रेस नेता पर अगर छतरपुर में कोई कार्रवाई की जा रही है तो कांग्रेस के प्रमुख नेता क्यों आवाज नहीं उठा रहे हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि इसी वजह से कांग्रेस की राज्य में स्थिति खराब होती जा रही है।
इसके बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मामले में एक्स पर सवाल किए और देर रात श्री सिंह ने भी इस पर सवाल उठाए।
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने हाजी शहजाद अली के परिसर पर की गई कार्रवाई के संबंध में कहा था कि जो भी कानून को अपने हाथ में लेगा, उसे नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। अगर कोई कानून अपने हाथ में लगा तो वह किसी भी क्षेत्र, जाति या धर्म का हो, बख्शा नहीं जाएगा। मध्यप्रदेश में ऐसा नहीं होता कि धर्म देख कर कार्रवाई की जाए।
दरअसल ये पूरा मामला तीन दिन पहले छतरपुर में एक थाने पर भीड़ के हमले से जुड़ा है। एक धर्म विशेष के लोगों पर महाराष्ट्र में एक संत की ओर से की गई कथित टिप्पणी को लेकर समुदाय के बहुत से लोग थाने पर ज्ञापन देने गए और इसी दौरान उनमें से कुछ लोगों ने थाने पर पथराव के साथ हमला कर दिया। इस हमले में थाना प्रभारी के अलावा तीन पुलिस कर्मचारी घायल हो गए। मामले की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पुलिस को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। पुलिस ने इस संबंध में लगभग 150 उपद्रवियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रशासन ने दो दिन पहले मुख्य आरोपी और कांग्रेस नेता हाजी शहजाद के छतरपुर स्थित महलनुमा मकान को ढहा दिया था।
छतरपुर खजुराहो संसदीय क्षेत्र का ही हिस्सा है, जहां से श्री शर्मा सांसद हैं।