डायबिटीज रोगियों के लिए वरदान से कम नहीं है धनुरासन, इस तरह करने से हो सकता है शुगर कंट्रोल
डायबिटीज रोगियों को शुगर लेवल कंट्रोल में रखने के लिए अपने खान-पान के साथ योग और एक्सरसाइज करने की भी सलाह दी जाती है। विशेषज्ञों की मानें तो योग में कई ऐसे आसन हैं, जिनका नियमित अभ्यास करने से व्यक्ति अपना शुगर लेवल आसानी से कंट्रोल में रख सकता है। ऐसे ही एक आसन का नाम है धनुरासन। जी हां, धनुरासन एक ऐसा आसन है,जिसे करते समय शरीर धनुष की एक मुद्रा में नजर आता है। इसी वजह से इस आसान को धनुरासन कहा जाता है। धनुरासन करने से अग्नाशय और आंतों के कार्यों में सुधार होता है। डायबिटीज रोग में अग्नाशय से इंसुलिन निकलना बंद हो जाता है। इंसुलिन एक प्रकार हार्मोन है,जो रक्त में शुगर के स्तर को सामान्य रखता है। धनुरासन करने से शुगर कंट्रोल में रहता है। साथ ही लिवर,अग्नाशय और एंजाइम पैदा करने वाले अंग एक्टिव हो जाते हैं। ऐसे में अगर आप डायबिटीज रोगी हैं तो जानें शुगर कंट्रोल करने के लिए कैसे करना चाहिए धनुरासन।
धनुरासन करने का सही तरीका-
धनुरासन करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेटकर अपने घुटनों को मोड़ते हुए कमर के पास ले आएं। ऐसा करते हुए अपने हाथ से दोनों टखनों को पकड़ें और अपने सिर,छाती और जांघ को ऊपर की ओर उठाएं। अपने शरीर के भार को पेट के निचले हिस्से पर लाने का प्रयास करें। अब पैरों को पकड़कर आगे की ओर शरीर को खींचने की कोशिश करें। अपनी क्षमतानुसार लगभग 15-20 सेकेंड तक इस आसन को करें।
किन लोगों को नहीं करना चाहिए धनुरासन-
जिन लोगों को पहले से ही कमर दर्द, पेट दर्द, माइग्रेन या फिर सिरदर्द के साथ हाई और लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, इस आसन को करने से परहेज करें। गर्भवती महिलाएं भी इस आसन का अभ्यास न करें।
धनुरासन के फायदे-
-रीढ़ की हड्डी को लचीला और मजबूत बनाने में मदद करता है धनुरासन।
-बैली फैट घटाने में मददगार है।
-मस्तिष्क की एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है।
-धनुरासन करने से खून साफ होता है,डायबिटीज मरीजों के लिए ये बहुत फायदेमंद है।
-धनुरासन करने से मानसिक और शारीरिक तनाव से मुक्ति मिलती है।
-जोड़ों को मजबूत बनाने और श्वसन क्रिया सुधारने में मदद करता है।