छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की मतगणना 3 दिसंबर को हाेगी
रायपुर. इसके एक दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, प्रदेश प्रभारी ओम माथुर रायपुर पहुंच जाएंगे। एकात्म परिसर में बने वार रूम से पल-पल की खबर पर नजर रखी जाएगी। शाम तक नतीजों के बाद भाजपा की रणनीति तय हो गई कि क्या करना है। लगेगा तो सभी जीतने वाले प्रत्याशियों को प्रमाणपत्र लेकर सीधे रायपुर पहुंचने का फरमान जारी किया जाएगा।
प्रदेश में विधानसभा के चुनाव दो चरणों में हुए हैं, लेकिन दूसरे राज्यों के चुनाव के कारण नतीजों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। अब नतीजों का पिटारा खुलने में ज्यादा समय नहीं है। भाजपा और कांग्रेस दोनों अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन जनता ने किसके पक्ष में मतदान किया है इसका खुलासा तो नतीजों के आने के बाद ही होगा। ऐसे में भाजपा ने अब तक अपनी किसी भी तरह की रणनीति को लेकर कोई योजना नहीं बनाई है। लेकिन यह तय है कि प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया औप सह प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन मतगणना के एक दिन पहले शाम तक रायपुर पहुंचे जाएंगे और मतगणना वाले दिन ज्यादातर समय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में रहकर मतगणना और परिणामों पर नजर रखेंगे। दोपहर, शाम तक स्थिति साफ होने पर ही भाजपा कोई रणनीति बनाएगी। प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव का कहना है, हमारी अभी ऐसी कोई योजना नहीं है कि प्रमाणपत्र लेकर प्रत्याशियों को रायपुर बुलाया जाएगा। बाद में राष्ट्रीय नेताओं के निर्देश पर जो भी होगा फैसला किया जाएगा।
वार रूम से रहेगी नजर
भाजपा ने अपना वार रूम एकात्म परिसर में बनाकर रखा है। यहां पर थोक में विशेषज्ञों की सेवाएं भी ली गई हैं। मतगणना के दिन वार रूम से लगातार पल-पल की खबर पर नजर रखी जाएगी। इसी के साथ सभी जिलों से अपने कार्यकर्ताओं से जानकारी भी एकत्रित की जाएगी कि कहां पर क्या स्थिति है, कौन से स्थान पर भाजपा के प्रत्याशी आगे हैं, कहां पर पीछे हैं। कही गड़बड़ी की स्थिति में वहां के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन देने के लिए प्रदेश स्तर के विधि विशेषज्ञ पदाधिकारी भी एकात्म परिसर में रहेंगे। एकात्म परिसर में राजधानी रायपुर के ज्यादातर सभी दिग्गज नेता उपस्थित रहेंगे। प्रदेश स्तर के बड़े नेता भी यहां आएंगे।