एसिडिटी से लेकर गठिया तक की समस्या पैदा कर सकता है हरी मटर का सेवन
आलू मटर की सब्जी हो या मटर पनीर की हो बात, हरी-हरी मटर खाने का स्वाद बढ़ा देती है। हरी मटर में मौजूद फाइबर, प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए, ई, डी, सी, के, कोलीन, पैंटोथैनिक एसिड, राइबोफ्लेविन जैसे कई यौगिक पाए जाते हैं, जो इस सब्जी को टेस्टी बनाने के साथ सेहतमंद भी बनाते हैं। रिसर्च में भी साबित हो चुका है कि हरी मटर क्रोनिक डिजीज में भी रामबाण है। बावजूद इसके क्या आप जानते हैं सेहत और स्वाद का ध्यान रखने वाली मटर का सेवन अगर जरूरत से ज्यादा किया जाए तो ये फायदे की जगह नुकसान तक पहुंचा सकती है। बता दें, जरूरत से ज्यादा हरी मटर खाने से व्यक्ति को एसिडिटी, ब्लोटिंग, गैस जैसी समस्याएं परेशान करने लगती हैं। आइए जानते हैं जरूरत से ज्यादा मटर खाने से सेहत को होते हैं क्या नुकसान।
हरी मटर खाने के नुकसान-
एसिडिटी-
अगर आप पहले से ही एसिडिटी की समस्या से परेशान रहते हैं तो हरी मटर का सेवन थोड़ा संभल कर करें। हरी मटर व्यक्ति को जल्दी पचती नहीं है, जिसकी वजह से कई बार ये सीने में जलन और खट्टी डकार का कारण भी बनती है।
हाई यूरिक एसिड-
अगर आपका यूरिक एसिड हाई रहता है तो भी हरी मटर का सेवन करने से बचें। हरी मटर में प्रोटीन, अमीनो एसिड, विटामिन डी और फाइबर की मात्रा यूरिक एसिड को ट्रिगर करके आगे चलकर अर्थराइटिस की समस्या पैदा कर सकती है। बता दें, मटर का अधिक सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड का प्रवाह अधिक होने लगता है, जिसे किडनी मूत्राशय के जरिए बाहर निकालने में असमर्थ हो जाती है। ऐसे में मटर का सेवन करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
गैस-
कमजोर पाचन शक्ति वाले लोगों के लिए हरी मटर का अधिक सेवन उनकी मुश्किलों को और ज्यादा बढ़ा सकता है। ऐसे लोगों के लिए हरी मटर गैस की समस्या पैदा करने लगती है। हरी मटर में मौजूद प्रोटीन की अधिकता की वजह से उसे पचाने में काफी मेहनत लगती है, जो गैस और एसिडिटी की समस्या का कारण बन सकता है।
गठिया की समस्या-
हरी मटर में मौजूद प्रोटीन, अमीनो एसिड, फाइबर और विटामिन डी हड्डियों की सेहत का ख्याल रखते हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा हरी मटर का सेवन करने पर गाउट की समस्या भी पैदा हो सकती है, जिसकी वजह से जोड़ों में तेज दर्द हो सकता है। आसान शब्दों में समझे तो मटर से निकलने वाला प्रोटीन शरीर में प्यूरिन को बढ़ाता है। फिर ये प्यूरिन आपके शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ाता है जो कि ज्यादा होने पर हड्डियों में जमा होकर जोड़ों के दर्द का कारण बनता है।
मोटापा-
अगर आप अपनी वेट लॉस जर्नी पर हैं तो हरी मटर का सेवन सीमित मात्रा में ही करें। हरी मटर में मौजूद प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा आपका फैट बढ़ा सकती है।