कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश नाकाम, 12 संदिग्ध हिरासत में…
कानपुर उत्तर प्रदेश के अनवरगंज-कासगंज रूट पर कानपुर से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस (14117) रविवार रात पलटने से बच गई। ट्रैक पर भरा सिलिंडर रख ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रची गई थी। बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच 100 किमी की रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन जब सिलिंडर से टकराई तो तेज आवाज हुई। इसके बाद लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी।
ट्रेन पलटाने की थी साजिश
देर रात मौके पर पहुंचे एडिशन सीपी हरीश चंदर ने बताया कि रात साढ़े आठ बजे घटना की जानकारी रेलवे की तरफ से मिली थी। ट्रैक पर भरा सिलिंडर रख ट्रेन पटरी से उतारने की साजिश रची गई थी। रेलवे, आरपीएफ और पुलिस अधिकारियों को घटनास्थल से सिलिंडर के अलावा कांच की बोतल, माचिस और झोला मिला। झोले में बारूद जैसी कोई सामग्री थी, वहीं बोतल में ज्वलनशील पदार्थ तरल पदार्थ था, जिसकी जांच की जा रही है।
कानपुर में बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच जिस जगह भरे हुए एलपीजी सिलिंडर की मदद से कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की नाकाम कोशिश हुई, उसके नजदीक की साजिशकर्ता बैठकर हादसा होने का इंतजार कर रहे थे। मौका मुआयना करने के बाद अधिकारियों की जांच इसी ओर इशारा कर रही है। शुरूआती जांच में पता चला है कि घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक बैग और तरल पदार्थ भरी बोतल मौजूद थी जिसमें बाती लगी हुई थी। ऐसे में आशंका है कि बोतल में भरे ज्वलनशील पदार्थ को घटना को और बड़ा बनाने के लिए उपयोग करने की तैयारी थी।
कानपुर-कासगंज रेल पथ के बर्राजपुर-उत्तरीपुरा में मध्य प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश में रेलपथ पर एलपीजी सिलेंडर व अन्य ज्वलनशील पदार्थ रखने के मामले में सोमवार सुबह करीब 11 बजे एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी ने अपनी विशेषज्ञों की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। मौके पर मौजूद मिले एडीसीपी विजेंद्र द्विवेदी और सहायक पुलिस आयुक्त अजय त्रिवेदी से मामले की कई अन्य पहलुओं पर जांच के आदेश दिए।
एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि मौके रविवार रात एक गैस सिलेंडर सहित, एक कांच की बोतल जिसमें पेट्रोलियम भरा पाया गया है, पास ही मिले एक थैले में भी कई ज्वलनशील पदार्थ मिले हैं। फोरेंसिक टीम भी पूरे मामले की जांच कर रही है। कई पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है। उधर सहायक पुलिस आयुक्त अजय कुमार ने बताया कि 12 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही सीसीटीवी कैमरों से भी जांच पड़ताल की जा रही है।