मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने परिवार में शादी के लिए कुलेश्वरी कमार से खरीदा पर्रा, धुकना और सुपा

रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के कसडोल विकासखण्ड के बल्दाकछार में शासकीय योजनाओं का फीडबैक लेने के लिए अपना हेलीकाप्टर उतारा। उन्होंने बल्दाकछार में बरगद के पेड़ के नीचे बैठक की और यहां कमार बस्ती पहुंचे और विभिन्न योजनाओं के हितग्राही परिवारों से मुलाकात की। यहां के कमार बांस से विभिन्न प्रकार की चीजें बनाते हैं। मुख्यमंत्री साय ने कमार बस्ती में कुलेश्वरी कमार के परिवार को बांस की वस्तुएं बनाते देखा और उनके काम के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बांस से बनी वस्तुओं का दाम भी पूछा। श्री साय को ये वस्तुएं बहुत पसंद आईं। उन्होंने तुरंत अपने परिवार में हो रही शादी के लिए दो पैरा, दो ढुकना और एक सूपा खरीद लिया। मुख्यमंत्री का कुल बिल 600 रूपए आया। उन्होंने कुलेश्वरी को खुशी-खुशी 700 रूपए दे दिए। मुख्यमंत्री साय को बांस से बनी वस्तुएं इतनी पसंद आईं कि उन्होंने तुरंत अपने परिवार में हो रही शादी के लिए दो पैरा, दो ढुकना और एक सूपा खरीद लिया। कुल राशि 600 रुपए थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने 700 रुपए देकर न सिर्फ कुलेश्वरी की मेहनत का सम्मान किया, बल्कि उसके आत्मविश्वास को नई ऊर्जा भी दी।
मुख्यमंत्री साय का यह सरल और संवेदनशील व्यवहार एक जनप्रतिनिधि के रूप में उनके जमीनी जुड़ाव को दर्शाता है। साय ने चौपाल में यह संदेश भी दिया कि योजनाओं का लाभ प्रदेश के कोने-कोने में रहने वाले अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए और राज्य सरकार पारंपरिक ज्ञान और स्थानीय शिल्प को प्रोत्साहित करती रहेगी। पारंपरिक शिल्प को प्रोत्साहित करने और स्थानीय कारीगरों की मेहनत को मान्यता देने का यह उदाहरण सरकार और समाज के बीच सेतु बनाने की दिशा में एक प्रेरक कदम है। उन्होंने मोर गांव, मोर पानी महाभियान के तहत जल संचय वाहिनी द्वारा जल संरक्षण के लिए बनाए जा रहे सोख्ता गड्ढे का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने निर्माणाधीन सोख्ता गड्ढे में खुद ईंटें रखीं। मुख्यमंत्री ने जल संचय वाहिनी के पानी बचाने के काम की सराहना करते हुए कहा कि जल संकट से बचने के लिए इस तरह के प्रयास जरूरी हैं।