छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के लगातार सात दिन आंदोलन से बारूद फ़ेक्ट्री हादसा में प्रत्येक पीड़ित परिवार को मिला 40 लाख का मुवावजा राशि
25 मई को स्पेशल बारूद फ़ेक्ट्री में हुवे भीषण विस्फोट में आख़िरकार हताहतो को न्याय मिला । छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना घटना के दिन से ही लगातार पीड़ित ग्रामीणों के साथ फ़ेक्ट्री प्रबंधन और शासन से मुवावजा दिलाने फ़ेक्ट्री बंद करवाने और मालिक के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्यवाही के लिए आंदोलन कर रहा है । विषफ़ोट के बाद लापता हुवे पिरदा एवम आसपास के कामगारों के परिजनों ने छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना से मदद की गोहार लगाई इस भयंकर दुर्घटना में पूरा छत्तीसगढ़ हिल गया है राज्य शासन के द्वारा सहयोग नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों में काफ़ी आक्रोश पनप रहा है लगातार ज़िले के ग्रामों में बैठकों का दौर जारी है ।
शुरू में राज्य शासन द्वारा केवल 5 लाख रुपए प्रति पीड़ित परिवार और घायलों को 50 हज़ार रुपए की सहायता की घोषणा हुई जिससे असंतुष्ट ग्रामीणों ने क्रान्ति सेना के साथ मिलकर फ़ेक्ट्री के मुख्य गेट के पास भीषण गर्मी में लगातार सात दिनों तक प्रदर्शन किया तब जाकर शासन-प्रशासन ने फ़ेक्ट्री मालिक के ख़िलाफ़ FIR दर्ज किया, फ़ेक्ट्री को बंद करने का आदेश जारी हुवा और मुवावजा राशि को बढ़ाकर 30 लाख किया लेकिन पीड़ित परिवारों और ग्रामीणों के आक्रोश एवम क्रान्ति सेना के साथ हुवे कई दौर के बैठकों की बदौलत मुवावजा राशि को बढ़ाकर 39 लाख का चेक और एक लाख नगद प्रदान किया गया है ।
छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना प्रमुख डॉ अजय यादव लगातार ग्रामीणों के साथ ज़िला प्रशासन के मध्य कड़ी के तौर पर वार्ता करते रहे । बेमेतरा ज़िला अध्यक्ष नीतेश साहू ने बताया कि बारूद फ़ेक्ट्री को ग्रामीण पूरी तरह से बंद करना चाहते हैं ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना दोबारा नहीं हो ।