छत्तीसगढ़ सरकार ने देश की 4 संस्थाओं के साथ MOU किया

रायपुर में छत्तीसगढ़ सरकार ने शुक्रवार को देश की 4 संस्थाओं के साथ MOU किया। रायपुर में नीति-राज्य कार्यशाला में ये MOU हुआ। CM ने कहा- ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को तेजी से हासिल कर सकते हैं। पहला एमओयू तकनीकी शिक्षा छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण और नंदी फाउंडेशन के बीच हुआ। इस एमओयू का मुख्य उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित युवाओं की रोजगार योग्यताओं को बढ़ाना है। यह कार्यक्रम उन्हें आवश्यक कौशल प्रदान करके उनके आजीविका के साधनों और आर्थिक सुरक्षा में सुधार लाने का प्रयास करता है।
दूसरा एमओयू कौशल विकास प्राधिकरण और महिंद्रा एंड महिंद्रा के बीच हुआ, इस एमओयू के अंतर्गत दंतेवाड़ा, बलरामपुर और कोंडागांव जिलों में स्थित लाइवलीहुड कॉलेजों में ट्रैक्टर मैकेनिक की ट्रेनिंग मिलेगी। इसे रायपुर स्थित स्टेट प्रोजेक्ट लाइवलीहुड कॉलेज सोसायटी चलाएगी।
तीसरा एमओयू उच्च शिक्षा विभाग और नैसकॉम के बीच हुआ, इस समझौते का उद्देश्य कॉलेजों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीकों की जानकारी देकर उन्हें जॉब सीकर से जॉब प्रोवाइडर के रूप में विकसित करना है।
उच्च शिक्षा विभाग और नंदी फाउंडेशन हैदराबाद के बीच चौथा समझौता हुआ। इस एमओयू के तहत कॉलेजों के छात्रों को रोजगार से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वो उन्हें अच्छी जगहों पर प्लेसमेंट मिले।
2047 का छत्तीसगढ़ बनाने की कोशिश मुख्यमंत्री साय ने आगे कहा कि 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने के लिए युवाओं, महिलाओं और जनजातीय वर्ग को केंद्र में रखकर योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने नीति आयोग की आकांक्षी जिलों की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे जनजातीय क्षेत्रों में बदलाव देखने को मिला है।
उन्होंने कहा कि राज्य समर्थन मिशन के बेहतर क्रियान्वयन से प्रदेश के युवाओं, महिलाओं और जनजातीय समुदाय के आजीविका के लिए प्रशिक्षण से रोजगार के नये अवसर शुलभ होंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को कौशल से जोड़कर उन्हें रोजगार के योग्य बनाया जा सकता है।
आदिवासी युवा करेंगे कोर्स उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि आगामी योजनाओं में बस्तर और सरगुजा अंचल के आदिवासी युवाओं को विशेष कोर्स और प्रशिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही महिलाओं के लिए स्वरोजगार एवं उद्यमिता प्रशिक्षण केंद्र खोलने की भी तैयारी है।
उन्होंने बताया कि विभिन्न बड़ी कंपनियों से एमओयू कर निवेश और रोजगार के अवसर लाने की दिशा में काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्किल और इंडस्ट्री को जोड़ना जरूरी है। जब दोनों साथ होंगे तब रोजगार की संभावना अधिक रहेगी।