छत्तीसगढ़ : मिचोंग तूफान के बाद ठंड का कहर जारी लेकिन सूरज की धूप से खिल उठे किसानों के चेहरे
रायपुर. छत्तीसगढ़ में बादल छटने के बाद लोगों को बारिश से राहत मिली है लेकिन ठंड अब पहले जैसी नहीं रह गई है। पिछले 4-5 दिनों में छत्तीसगढ में चक्रवाती तूफान मिचोंग का प्रभाव देखने को मिला था। लेकिन अब छत्तीसगढ़ में तूफान का प्रभाव कम हो गया है। हालांकि पूरे प्रदेश में हुई बारिश के कारण कई शहरों में तापमान की अचानक गिरावट दर्ज की गई है। अब सूरज की किरण के साथ तापमान समान्य हो गया है।
रायपुर मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कई शहरों और ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर बढ़ गया है। प्रदेश में आने वाले 5 दिनों के अंदर न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है। इसके साथ ही अगले 72 घंटों में अधिकतम तापमान में भी 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ने की संभावना है। इसके बाद के आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान में भी थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है।
कुछ दिन पहले हुई बारिश से प्रदेश के किसानों की धान बड़ी मात्रा में भींग गई थी। जिन किसानों के पास अपने धान को शेड में रखनी की जगह नहीं थी वह बेहद ही परेशान थे लेकिन सूर्य की किरण किसनों के चेहरे पर मुस्कान बनकर उतरी है। किसान अब सूरज की धूप में अपना धान सुखा रहा है। जिससे की वह समय पर अपना धान खरीदी केंद्र में ले जाकर बेच सके।
रायपुर का अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17.1 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं बिलासपुर का अधिकतम तापमान 27.09 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री। अंबिकापुर का अधिकतम तापमान 27.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13.1 डिग्री। जगदलपुर का अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री. दुर्ग का अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17.1 डिग्री दर्ज किया गया।