छत्तीसगढ़ बजट 2025: तीर्थ यात्रा योजना के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रावधान
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रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने बजट 2025 में धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए तीर्थ यात्रा योजना को शामिल किया है। इस योजना के तहत राज्य सरकार ने 15 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया है। इस पहल का उद्देश्य प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों और अन्य इच्छुक तीर्थयात्रियों को विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा करने का अवसर प्रदान करना है।
छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और श्रद्धालुओं को देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों तक सुविधाजनक यात्रा प्रदान करना है। धार्मिक यात्राएं न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती हैं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होती हैं। इस योजना से खासकर वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को लाभ मिलेगा।
इस योजना के अंतर्गत हरिद्वार, पुरी, द्वारिका, श्रवणबेलगोला, सारनाथ, शबरीमाला, वैष्णोदेवी, स्वर्ण मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। सरकार तीर्थयात्रियों को निःशुल्क या सब्सिडी पर यात्रा सुविधा प्रदान करेगी। 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को प्राथमिकता दी जाएगी।
तीर्थयात्रियों को यात्रा के दौरान रहने और खाने की पूरी सुविधा दी जाएगी। सरकार द्वारा चयनित टूर ऑपरेटरों और ट्रांसपोर्ट सेवाओं के माध्यम से सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित की जाएगी। यह योजना राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देगी और धार्मिक पर्यटन को संगठित तरीके से विकसित करने में सहायक होगी।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बजट 2025 में घोषित तीर्थ यात्रा योजना धार्मिक श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल आध्यात्मिक यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगी। इस योजना के माध्यम से हजारों नागरिकों को देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा का अवसर मिलेगा, जिससे वे आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त कर सकेंगे।