CBSE ने 25 स्कूलों की मान्यता की रद्द, शिक्षा विभाग ने कहा- सरकार से नहीं ली थी एनओसी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने मणिपुर के 25 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है। मणिपुर सरकार के शिक्षा विभाग ने एक बयान में कहा है कि इन स्कूलों की सीबीएसई मान्यता वापस ली जा रही है क्योंकि इन स्कूलों द्वारा जमा की गई एनओसी राज्य सरकार ने नहीं जारी की थी। उल्लेखनीय है कि सीबीएसई के नियम के अनुसार राज्य बोर्ड स्कूलों को केंद्रीय बोर्ड मान्यता के लिए आवेदन करने से पहले राज्य सरकार से एनओसी प्राप्त करना आवश्यकता होता है।
वहीं, मणिपुर स्कूल शिक्षा की संयुक्त सचिव अंजलि चोंगथम ने कहा कि सीबीएसई ने तत्काल प्रभाव से उन 25 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है, जिन्होंने राज्य सरकार से एनओसी नहीं ली थी। अंजलि चोंगथम ने कहा कि मणिपुर सरकार ने यह भी चेतावनी दी कि वह राज्य शिक्षा और सीबीएसई नियमों का उल्लंघन करने या केंद्रीय बोर्ड को मान्यता के लिए अनुरोध करने वाले और धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। इसके साथ ही शिक्षा मंत्री थ बसंता ने कहा कि आखिरी बार शिक्षा विभाग ने मई 2020 में कोई एनओसी दी थी।
बता दें कि मई 2020 और मई 2023 के बीच 25 स्कूलों में से ग्यारह को स्कूलों को सीबीएसई की मान्याता मिली थी। जबकि 14 स्कूल को पिछले छह महीनों में मान्यता दी गई थी। ये सभी 25 स्कूल चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिले में मौजूद हैं। स्कूल एफिलिएशन री-इंजीनियर्ड ऑटोमेशन सिस्टम CBSE SARAS 4.0 वेबसाइट अब कांगपोकपी और चुराचांदपुर के 25 स्कूलों को मान्यता प्राप्त स्कूलों के रूप में नहीं दिखाएगी। SARAS पूरे भारत में 28,900 से अधिक स्कूलों की मान्यता स्कूलों की रियल टाइम में अपडेट करता है।