Breaking News : 1 अगस्त से बदलने वाले हैं ये जरूरी नियम, मिडिल क्लास पर पड़ेगा सीधा असर
जुलाई का महीना आज खत्म होने वाला है और कल यानी 1 अगस्त से हम नए महीने में प्रवेश कर जाएंगे। बता दें कि हर महीने की पहली तारीख को कई तरह के नियमों में बदलाव देखने को मिलते हैं। दरअसल, महीने की शुरुआत में कई सरकारी और वित्तीय संस्थाएं अपने नियमों में बदलाव करती हैं, जिसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ता है। ऐसे में आपको अगस्त महीने के बदलाव के बारे में बता होना चाहिए। बता दें कि 1 अगस्त से एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों से लेकर गूगल मैप्स सर्विसेज और क्रेडिट कार्ड समेत कई नियमों में बदलाव होने जा रहा है। आइए जानते हैं डिटेल में…
हर महीने की 1 तारीख को एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव किया जाता है। पिछले महीने कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कटौती की गई थी। इससे कई लोगों को इस महीने भी घरेलू और कमर्शियल सिलेंडर के दामों एक और कटौती की उम्मीद है।
एचडीएफसी बैंक 1 अगस्त से अपने क्रेडिट कार्ड नियमों को बदलाव कर रहा है। अगले महीने से बैंक के क्रेडिट कार्डधारकों से थर्ड पार्टी पेमेंट ऐप्स के जरिए किए जाने वाले सभी रेंटल ट्रांजैक्शन पर रकम का 1% चार्ज वसूला जाएगा, जिसकी अधिकतम लिमिट 3,000 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन है। बता दें कि PayTM, CRED, MobiKwik जैसे थर्ड-पार्टी पेमेंट ऐप का इस्तेमाल कर रेंटल ट्रांजैक्शन किया जा सकता है। यूटिलिटी ट्रांजैक्शन की बात करें तो ₹50000 से कम के लेनदेन पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। हालांकि, ₹50000 से अधिक के लेनदेन के लिए 1 प्रतिशत शुल्क लिया जाएगा। प्रति लेनदेन ₹3000 की लिमिट है। वहीं, फ्यूल ट्रांजैक्शन की बात करें तो ₹15,000 से अधिक के लेनदेन के लिए 1 प्रतिशत शुल्क लिया जाएगा। CRED, PayTM आदि जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स द्वारा किए गए लेनदेन के लिए 1% शुल्क लिया जाएगा। प्रति लेनदेन ₹3,000 की सीमा है।
1 अगस्त से गूगल मैप्स भारत में अहम बदलाव कर रहा है। अगले महीने से दिग्गज टेक कंपनी अपनी सर्विस चार्ज 70% तक कम कर रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा सर्विस प्रोवाइडर्स गूगल के मैप का इस्तेमाल कर सके। साथ ही, सर्विस यूज करने वाली कंपनियों से इसके लिए भारतीय रुपये में पेमेंट स्वीकार किया जाएगा। हालांकि, आम यूजर्स को कोई नया चार्ज नहीं देना होगा।
फास्टैग के नए नियम 1 अगस्त से लागू होने जा रहे हैं। बता दें कि 1 अगस्त से फास्टैग की KYC अनिवार्य हो जाएगा। हालांकि कई नियम पहले से ही लागू हैं, लेकिन फास्टैग के लिए नया केवाईसी जरूरी है। बता दें कि 1 अगस्त से कंपनियों को एनपीसीआई के नियमों का पालन करना होगा। इन नियमों में तीन से पांच साल पुराने फास्टैग के लिए केवाईसी अपडेट करना और पांच साल से ज्यादा पुराने फास्टैग को 31 अक्टूबर तक बदलना शामिल है।
देशभर में महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinder) की कीमतों में बदलाव के साथ ही ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हवाई ईंधन और CNG-PNG के रेट भी रिवाइज करती हैं।
बता दें कि 31 जुलाई 2024 इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख है। ऐसे में अगर आप चूक जाते हैं तो अगले महीने से आईटीआर भरने पर जुर्माना देना पड़ सकता है। बता दें कि साल के अंत तक यानी 31 दिसंबर 2024 तक बिलेटेड रिटर्न भर सकते हैं।