बीजेपी को मिल गया नड्डा का उत्तराधिकारी, खिसक जाएगी तेजस्वी और अखिलेश की सियासी जमीन

नागपुर: जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को टाल दिया था लेकिन ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के साथ सीजफायर के बाद अब पार्टी जल्दी ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उत्तराधिकारी के तौर पर कई नामों की चर्चा हो चुकी है। इनमें उत्तर से लेकर दक्षिण तक के कई बड़े नेता शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और धर्मेन्द्र प्रधान के नाम पर गंभीरता से मंथन किया जा रहा है।
ऐसे में जब मोदी सरकार जाति जनगणना कराने का फैसला कर चुकी है। तब बीजेपी अगर किसी ओबीसी नेता को पार्टी का नेतृत्व सौंपती है, तो पार्टी सोशल इंजीनियरिंग को साधने में सफल होगी। धर्मेन्द्र प्रधान और भूपेंद्र यादव दोनों ही ओबीसी नेता हैं। ओडिशा में पिछले साल जब बीजेपी ने प्रचंड जीत दर्ज की थी तो प्रधान का नाम मुख्यमंत्री के लिए भी लिया गया था लेकिन उस समय तमाम अटकलें गलत साबित हुई थीं। भूपेंद्र यादव और धर्मेन्द्र प्रधान दोनों ही नेता केंद्र में मंत्री बने।
अब ऐसा कहा जा रहा है अगर पार्टी किसी ओबीसी चेहरे को पार्टी का नेतृत्व सौंपती है तो बिहार और उसके बाद यूपी चुनावों में इसका फायदा मिलेगा। बिहार और यूपी दोनों जगह यादव वोटर सपा और राजद से जुड़ा हुआ है।
जल्द होगा ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागपुर दौरे के बाद संगठन चुनावों की प्रक्रिया तेज हुई थी, लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम में बड़े आतंकी हमले के बाद पार्टी ने तमाम गतिविधियों को रोक दिया। खबरों के अनुसार, पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष रुकने के बाद भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पर बातचीत फिर से शुरू हो गई है। इस महीने के आखिर तक नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान संभव है, क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित हैं। ऐसे में जो भी नया अध्यक्ष बनेगा। उसके पास तैयारी के लिए लगभग 100 दिन ही होंगे।
खबरों की मानें तो राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान दोनों बने हुए हैं, लेकिन अनुभव को देखते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के नाम पर सहमति बनने की ज्यादा उम्मीद है। इससे पहले भी भूपेंद्र यादव और धर्मेन्द्र प्रधान की जोड़ी तमाम राज्यों में बतौर प्रभारी अच्छा रिजल्ट पार्टी को दे चुकी है।