बेन फोक्स ने माना- भारत में विकेटकीपिंग करना बेहद कठिन, बल्लेबाजी करना भी आसान नहीं
नई दिल्ली. विशाखापट्टनम में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए भारत और इंग्लैंड की टीम यहां पहुंच चुकी हैं। लंबे समय के बाद इस स्टेडियम को कोई टेस्ट मैच मिला है। इससे पहले यहां दो ही टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें भारत को जीत मिली है। भारत की टीम यहां जीतती है तो सीरीज 1-1 से बराबर हो जाएगी, क्योंकि मेजबान टीम पहला मैच हार चुकी है। वहीं, अबू धाबी में तीसरे टेस्ट मैच से पहले एक शॉर्ट ब्रेक के लिए जाने से पहले इंग्लैंड की टीम सीरीज में 2-0 से आगे निकलने का प्रयास करेगी। टीम और विकेटकीपर के तौर पर आई चुनौतियों को लेकर बेन फोक्स ने बयान दिया।
हैदराबाद में स्पिन फ्रेंडली विकेट था, जहां मेजबान ही फंस गए। ऐसे में आशंका है कि विशाखापट्टन में और भी ज्यादा स्पिन फ्रेंडली विकेट दूसरे टेस्ट के लिए तैयार होगा। इंग्लैंड के जिन खिलाड़ियों ने 2021 में भारत का दौरा किया, उन्हें चेन्नई में अपनी शुरुआती जीत के बाद हुई तीन करारी हार अच्छी तरह से याद हैं। उस सीरीज के दूसरे टेस्ट में टीम में आए बेन फोक्स ने सीरीज को याद करते हुए क्रिकइंफो को बताया, “ये तीनों शायद सबसे खराब पिचें थीं, जिन पर मैंने बल्लेबाजी की है।” उन्होंने ये भी बताया कि एक विकेटकीपर के तौर पर उनके लिए मुश्किल हुई थी।
हालांकि, इंग्लैंड की टीम बेन स्टोक्स की कप्तानी और ब्रैंडन मैकुलम की कोचिंग मे बैजबॉल क्रिकेट खेल रही है, जिसके तहत वे आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं। इसी को लेकर फोक्स ने कहा, “पीछे जाकर मैं सोच रहा था कि ये भयानक विकेट हैं – मुझे बस इस पर बने रहने का एक रास्ता खोजने की जरूरत है। मुझे लगता है कि अब ग्रुप बड़ा है, यदि यही स्थिति है, तो आपको सकारात्मक रहना होगा; गेंदबाज पर वापस दबाव डालना होगा और उन्हें दबाव में लाना होगा।”