संडे हो या मंडे रोज खा रहे छत्तीसगढ़ में लोग 60 लाख अंडे
रायपुर . बचपन से यही सुनते रहे हैं, संडे हो मंडे रोज खाओ अंडे, तो बस इस पर अमल करते नजर आ रहे हैं अपने राज्य छत्तीसगढ़ के लोग। यहां रोज 70 लाख अंडों का उत्पादन हो रहा है। इसमें से 60 लाख अंडे रोज अपने राज्य के लोग ही डकार जा रहे हैं। मुश्किल से 10 लाख के आसपास ही अंडे दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। सामान्य समय में 30 से 40 फीसदी अंडे दूसरे राज्यों में जाते हैं, लेकिन ठंड में यहां खपत बढ़ गई है। इसी के साथ कीमत में भी इजाफा हो गया है।छत्तीसगढ़ का नाम भी ज्यादा अंडे उत्पादन करने वाले राज्यों में शामिल है।
यही वजह है कि यहां से दूसरे राज्यों में रोज अंडे जाते हैं। यहां कई बड़े पोल्ट्री फार्म हैं। इनमें लाखों की संख्या में अंडों का उत्पादन रोज होता है। कोरोना काल में जब लॉकडाउन लगा था, तो पोल्ट्री फार्म वालों ही हालत खस्ता हो गई थी। यहां 20 करोड़ से ज्यादा अंडों को कोल्ड स्टोरेज में रखना पड़ा था। स्थिति अंडों को फेंकने की आ गई थी, लेकिन लॉक डाउन हटने के कारण राहत मिली थी।
ठआमतौर पर प्रदेश में ठंड में अंडों की खपत बढ़ जाती है। सामान्य समय में जब यहां रोज 70 लाख अंडों का उत्पादन होता है, तो इसमें से 30 से 40 फीसदी यानी 20 से 30 लाख अंडे दूसरे राज्यों में जाते हैं, लेकिन ठंड में बाहर के राज्यों में भेजने के लिए बहुत कम अंडे बच रहे हैं। पोल्ट्री फार्म कारोबारियों की मानें, तो इस समय दूसरे राज्यों में मुश्किल से 5 से 8 फीसदी ही अंडे यानी करीब दस लाख अंडे ही जा रहे हैं। बाकी की खपत अपने राज्य में हो रही है।
अंडों की गर्मी और बारिश के समय कीमत बहुत कम होती है। गर्मी में अंडों के खराब होने का खतरा भी रहता है। ऐसे में पोल्ट्री फार्म में इसकी कीमत तीन रुपए से कम और थोक में साढ़े तीन और चिल्हर में चार रुपए के आसपास रहती है, लेकिन इस बार गर्मी के समय भी कीमत आसमान पर चली गई थी। गर्मी में पोल्ट्री फार्म में ही कीमत 4.80 रुपए हो गई थी। थोक में कीमत सवा पांच रुपए और चिल्हर में छह रुपए हो गई थी। अब ठंड में भी कीमत आसमान पर है। पोल्ट्री फार्म में इस समय अंडे 5.30 रुपए में मिल रहे हैं। थोक में बॉयलर चिकन सेंटरों में इसकी कीमत 5.50 रुपए है। दुकानदार को डीलर 5.75 से 6 रुपए में दुकानों तक पहुंचा कर देते हैं। ऐसे में चिल्हर में कहीं 6.50 रुपए तो कहीं 7 रुपए में दुकानदार इसे बेच रहे हैं।