पत्रकार मुकेश चंद्राकर का अस्थि कलश तोड़ा, बिखेरी अस्थियां, पुलिस अधीक्षक से शिकायत
बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद उसके अस्थियों से खिलवाड़ का मामला सामने आया है। इस घटना से परिवार के लोग आहत है। सोमवार की सुबह परिवार के सदस्य जब अस्थि कलश लेने पहुंचे तो वह निर्धारित स्थल पर नहीं था। परिजनों द्वारा खोजबीन करने पर कुछ दूरी पर टूटा हुआ कलश मिला और अस्थियां बिखरी पड़ी थीं।
इस मामले को लेकर दक्षिण बस्तर पत्रकार संघ के साथ ही बस्तर जिला पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने बीजापुर पुलिस अधीक्षक से अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत की है।
दिवंगत पत्रकार मुकेश के परिजनों का कहना है कि अंतिम संस्कार करने के बाद अस्थियों को एक घड़े में रखकर मुक्तिधाम के एक पेड़ के पास रखा था। इन अस्थियों को नदी में विसर्जन किया जाना था, जिसके लिए मुक्तिधाम के पास जब अस्थि कलश लेने पहुंचे तो अस्थि कलश गायब था।
उसकी खोजबीन करने पर 50 मीटर दूरी पर कलश टूटा और अस्थियां बिखरी पड़ी थीं। इस घटना से परिवार को बहुत दुख पहुंचा है। मुकेश की हत्या कर दी गई और अब उस्की अस्थियों से खिलवाड़ बेहद शर्मनाक कृत्य है। इस घटना के बाद स्थानीय पत्रकारों और मुकेश के परिजनों में काफी आक्रोश भी है। बस्तर के पत्रकारों ने मामले की शिकायत बीजापुर SP से की है।
बता दें कि दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने बीजापुर में करोड़ों की लागत से बन रहे घटिया सड़क निर्माण को लेकर खबर टीवी चैनल में दिखाया था। खबर प्रसारित होने के बाद वह एक जनवरी से लापता थे।
तीन दिन बाद तीन जनवरी को उनका शव ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े में बने सैप्टिक टैंक में मिला था। उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर पर चोट के 15 निशान मिले थे। बड़ी बेरहमी से उसे मारा गया था। इस मामले में प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी की टीम ने आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार किया है। अभी सभी आरोपी पुलिस रिमांड में जेल में बंद हैं।