कांग्रेस के विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी, एक राजनीतिक षड्यंत्र
सतनामी समाज के साथ हुए अन्याय तथा बलौदाबाज़ार घटना में भाजपा सरकार की विफलता
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुई घटना ने पूरे देश में लोगों के मन में भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था को ले कर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन इस घटना की निष्पक्ष जांच कराने में पूरी तरीके से असमर्थ रही है। जनता के सवालों के दबाव में आ कर, इस विफलता को छिपाने के लिए कल कांग्रेस के दो बार के युवा विधायक और भिलाई नगर के पूर्व महापौर, देवेंद्र यादव को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस अपनी जांच में अभी तक यह नहीं साफ कर पाई है की जो भाजपाई नेता घटना स्थल पर मौजूद थे और हिंसा भड़काने का काम कर रहे थे, उन्हें क्यों बचाया जा रहा है। घटना स्थल पर लचर कानून व्यवस्था के लिए किसी भी वरिष्ठ अधिकारी या मंत्री को अभी तक जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। यह प्रदेश की जनता को पता है की अगर सतनामी समाज को ठेस पहुंचाने वाले कारनामों की उचित समय पर जांच की जाती और आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया गया होता, तो बलौदाबाज़ार जैसी घटना घटने की परिस्थितियां ही नहीं पैदा होती।
कांग्रेस पार्टी इस लापरवाह एवं पक्षपातपूर्ण रवैये की कड़ी आलोचना करती है। देश प्रदेश की जनता और न्यायालयओं के समक्ष कांग्रेस पार्टी तथ्यों को ज़रूर रखेगी। सतनामी समाज के साथ कांग्रेस पार्टी हमेशा से खड़ी रही है और आगे भी खड़े रहेगी।