इतिहास में पहली बार साेना 65 हजार पार
रायपुर . इतिहास में पहली बार सोना 65 हजार रुपए के भी पार होकर जीएसटी के साथ 65 हजार 350 रुपए हो गया है। एक दिन पहले सोने की कीमत 64500 थी। इसके पहले सोने की कीमत राजधानी रायपुर में दीपावली के पहले रिकॉर्ड 63700 तक पहुंची थी। उसी समय कीमत 65 हजार पार जाने की संभावना थी, लेकिन तक कीमत ज्यादा होने के स्थान पर कम होकर 63 हजार हो गई थी।
सोने की कीमत में इस साल बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। पितृ पक्ष प्रारंभ होने के पहले जो सोना 61 हजार के करीब था, वह घटकर 58 हजार की तरफ चला गया और पांच अक्टूबर को कीमत 58600 रुपए जीएसटी के साथ हो गई। दस दिनों में कीमत दो हजार कम हुई, लेकिन इसके बाद कीमत वापस तेजी से बढ़ने लगी। एक सप्ताह में 12 अक्टूबर को पहले कीमत 60 हजार के पार हुई। इसके बाद फिर चार दिनों में ही कीमत ने 61 हजार का आंकड़ा भी पार कर लिया। 19 अक्टूबर को कीमत 61750 रुपए थी, एक ही दिन में कीमत 950 रुपए बढ़ी और 20 अक्टूबर को कीमत ने 62700 हो गई। इसके बाद सोने को 63 हजारी तक का सफर तय करने में एक सप्ताह का समय लग गया। इसके पहले मई में सोने की रिकॉर्ड कीमत 62900 थी। यह रिकॉर्ड 28 अक्टूबर काे टूटा और कीमत 63700 हो गई।
धनतेरस में थी कीमत 63 हजार
इस साल धनतेरस पर सोने की कीमत 63 हजार थी। हालांकि धनतेरस से पहले कीमत 63700 थी, धनतेरस में कीमत से 65 हजार तक जाने की संभावना थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका था। पिछले साल धनतेरस और पुष्य नक्षत्र और दीपावली के समय राजधानी रायपुर में सोने की कीमत 50 हजार दो सौ रुपए थी, जो इस साल मई में 62 हजार 900 रुपए हो गई थी और फिर अक्टूबर-नवंबर में कीमत 63 हजार के पार रही। दीपावली के बाद कीमत ने फिर रफ्तार पकड़ी और नवंबर के अंतिम सप्ताह में कीमत 63 हजार के पार होकर वापस 63700 पर पहुंची। पहली बार सोना 28 नवंबर को 64 हजारी बना और अगले दिन यह 64 हजार के पार हो गया। अब एक दिसंबर को कीमत ने नया रिकॉर्ड बनाया और कीमत 64 हजार के पार होकर 64500 हो गई। अब दो दिसंबर शनिवार को बाजार खुला तो कीमत पहली बार 65 हजार के पार होकर 65350 हो गई है।
कीमत बढ़ने का यह का कारण
रायपुर सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरख मालू के मुताबिक सोने का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया है। भाव बढ़ने का मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल बैंक द्वारा वर्तमान में ब्याज दर को स्थिर करना है। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि आगामी माह में अमेरिकी फेडरल बैंक द्वारा ब्याज दर घटाई जा सकती है। इसके परिणाम स्वरूप स्टॉकिस्ट एवं इन्वेस्टर्स ने सुरक्षित निवेश के हिसाब से सोने और चांदी में निवेश करना प्रारंभ कर दिया है, इसलिए सोने और चांदी के भाव लगातार बढ़ते जा रहे हैं।