खेल जगत

BGT के बाद इस सीनियर खिलाड़ी के करियर पर लग सकता है पूर्ण विराम! वनडे-टेस्ट दोनों से हो सकता है बाहर

नई दिल्ली. टीम इंडिया के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के बाद सभी फॉर्मेट से बाहर हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि टीम मैनेजमें पिछले कुछ समय से उनके प्रदर्शन से खुश नहीं है। टीम 2027 वनडे वर्ल्ड कप के लिए एक मजबूत कोर बनाने की कोशिश कर रही है और मैनेजमेंट को यकीन नहीं है कि जडेजा इस प्रोफाइल में फिट बैठता है या नहीं। जडेजा अब टेस्ट और वनडे खेलते हैं, 2024 टी20 वर्ल्ड कप जीतने के साथ उन्होंने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। जबकि आखिरी वनडे उन्होंने वर्ल्ड कप 2023 फाइनल के रूप में खेला था।

जडेजा लोअर ऑर्डर में एक बतौर ऑलराउंडर फिट नहीं बैठ रहे हैं, जिसकी कमी भारत को पिछले कुछ समय से खल रही है। बल्ले से वह वनडे में काफी संघर्ष करते हुए नजर आए हैं। हाल के दिनों में उनके स्ट्राइक रोटेशन और दबाव को कम करने की क्षमता पर लगातार सवाल उठे हैं। उनका रिप्लेसमेंट माने जा रहे अक्षर पटेल बैट और गेंद दोनों से धाकड़ परफॉर्मेंस दे रहे हैं।

श्रीलंका दौरे पर गौतम गंभीर के कोचिंग करियर की शुरुआत हुई थी तो रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों को टी20 वर्ल्ड कप के तुरंत बाद टीम में शामिल किया गया था, मगर वहां जडेजा नहीं थे। उनकी टीम मैनेजमेंट ने रियान पराग, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर जैसे अन्य स्पिन-गेंदबाजी ऑलराउंडर्स को मौका दिया था।

वहीं बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले मुकाबले में भी रविंद्र जडेजा और आर अश्विन से ऊपर वॉशिंगटन सुंदर को जगह दी गई थी। अश्विन ने BGT 2024 के बीच ही संन्यास ले लिया था।

बीसीसीआई के एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, “गंभीर फॉर्मेट के अनुसार कोर टीम बनाने को लेकर बहुत दृढ़ रहे हैं। अब तक, उन्होंने लंबे फॉर्मेट के साथ बहुत अधिक छेड़छाड़ नहीं की है, लेकिन वनडे वर्ल्ड कप के लिए एक मजबूत बेस बनाने के लिए उनके पास स्पष्ट दृष्टिकोण है। वह कुछ और पहचाने गए खिलाड़ियों को मौका देने के इच्छुक हैं।”

सूत्र ने आगे कहा, “यह इस बात पर निर्भर करता है कि चयनकर्ता कब यह तय करते हैं कि बदलाव की जरूरत है। वे इस बात पर चर्चा करेंगे कि वे जडेजा के रूप में सुरक्षित विकल्प के साथ जाना चाहते हैं या अभी आगे बढ़ना चाहते हैं। टेस्ट क्रिकेट में भी, उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने में दिक्कत आ रही है, हालांकि उनकी गेंदबाजी स्थिर रही है। उनसे आगे बढ़ने की इच्छा है, खासकर वनडे प्रारूप में। आने वाले दिनों में यह एक कठिन निर्णय होगा।”

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