तीन महीने के अंतराल के बाद पीएम मोदी ने मन की बात में जनता को किया संबोधित
नई दिल्ली. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन महीने बाद 30 जून को 111वीं बार मन की बात कार्यक्रम में देश को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि मैंने आपको तीन महीने पहले कहा था कि मैं फिर मिलूंगा। पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस पर हर देशवासी अपनी मां के नाम पर पेड़ लगाए और धरती मां को बचाए।पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन के कारण बदल रहे मौसम के लिए पौधारोपण को जरूरी बताया। इससे पहले पीएम मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान 25 फरवरी को आखिरी 110वां एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया था।
– पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात रेडियो कार्यक्रम भले ही कुछ महीनों के लिए बंद हो गया हो…लेकिन मन की बात की भावना…देश, समाज के लिए किया गया काम, हर दिन किया गया अच्छा काम, निस्वार्थ भाव से किया गया काम…वह काम जिसमें एक समाज पर सकारात्मक प्रभाव निरंतर जारी रहा। मैं आज देशवासियों को भी धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमारे संविधान और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपना अटूट विश्वास दोहराया है। लोकसभा चुनाव 2024 दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। दुनिया के किसी भी देश में इतना बड़ा चुनाव नहीं हुआ है, जिसमें 65 करोड़ लोगों ने वोट डाले हों. मैं चुनाव आयोग और चुनावी प्रक्रिया से जुड़े सभी लोगों को बधाई देता हूं।
– पीएम मोदी ने कहा कि आज 30 जून का दिवस आदिवासी समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई थी। यह 1857 की क्रांति से पहले हुई थी। हमारे आदिवासी समुदाय के लोगों के खिलाफ अंग्रेजों ने तमाम प्रतिबंध लगा दिए थे। इस लड़ाई में झारखंड के वीर सपूतों ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
– पीएम मोदी ने कहा कि हम अपनी मां के कर्ज को कभी चुका नहीं सकते। मां हर किसी के जीवन में अहम होती है। इसलिए हम इस बार एक नई शुरुआत करे। अपनी मां के नाम पेड़ लगाएं और तस्वीरें मुझे भेजें। मैं अपने देशवासियों से अपील करता हूं कि हर देशवासी अपनी मां के नाम पेड़ लगाकर धरती मां की रक्षा करे।
– पीएम मोदी ने कहा, आज ‘मन की बात’ में मैं आपको एक विशेष प्रकार की छतरी के बारे में बताना चाहता हूं। ये छतरियां हमारे केरल में बनती हैं। केरल की संस्कृति में छतरियों का एक विशेष महत्व है। छतरियां वहां की कई परंपराओं और अनुष्ठानों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। लेकिन मैं जिस छतरी की बात कर रहा हूं वह ‘कार्थुम्बी छतरियां’ है और ये छतरियां केरल के अट्टापडी में बनाई जाती हैं। इन छतरियों की मांग पूरे देश में बढ़ रही है, इन्हें ऑनलाइन भी बेचा जा रहा है। ये छतरियां ‘वट्टालक्की सहकारी कृषि समिति’ की देखरेख में बनाई गई हैं। ये वोकल फॉर लोकल का आदर्श उदाहरण है।’
– पीएम नरेंद्र मोदी ने आगामी ओलंपिक के लिए भारतीय दल को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही भारतीय दल से मिलने वाला हूं। आप भी अपने-अपने तरीके से भारतीय टीम को शुभकामनाएं संदेश भेजें। आपकी उम्मीदें रंग लाएंगी और हम खेल में भी लगातार आगे बढ़ेंगे। इसके अलावा वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को ढेरों बधाई। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है। मेरी सभी से फोन पर बात भी हुई।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, तुर्कमेनिस्तान में इस साल मई में अपने राष्ट्रीय कवि की 300वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति ने दुनिया के 24 मशहूर कवियों की प्रतिमाओं का अनावरण किया। इनमें से एक प्रतिमा गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर की थीं। यह गुरुदेव का सम्मान है, भारत का सम्मान है। जून के महीने में, दो कैरेबियाई देशों सूरीनाम और सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस ने 5 जून को पूरे जोश और उत्साह के साथ अपनी भारतीय विरासत का जश्न मनाया। हर साल भारतीय आगमन दिवस और प्रवासी दिवस के रूप में यहां हिंदी के साथ-साथ भोजपुरी भी व्यापक रूप से बोली जाती है। यह दर्शाता है कि हमारी संस्कृति आज दुनियाभर में प्रसिद्धि पा रही है और इस बात से किस भारतीय को खुशी नहीं मिलेगी। निसंदेह हम सभी गौरंवावित हैं।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इस महीने पूरी दुनिया ने पूरे जोश और उत्साह के साथ 10वां योग दिवस मनाया। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आयोजित योग कार्यक्रम में मैंने भी हिस्सा लिया। कश्मीर में युवाओं के साथ-साथ बहन-बेटियों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।”