ट्रेंडिंग

धनतेरस से लेकर भाई दूज तक की डेट्स, 5 नहीं 6 दिनों तक मनाया जाएगा दीपावली उत्सव

धर्म ग्रंथों के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि से लेकर शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि तक दीपावली (Diwali 2023 Date) उत्सव मनाया जाता है। इन 5 दिनों में सबसे पहले धनतेरस, इसके बाद यम चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और सबसे अंत में भाई दूज का पर्व मनाया जाता है।

ये क्रम हजारों सालों से चला रहा है। लेकिन इस बार ये त्योहार 5 नहीं बल्कि 6 दिनों तक मनाया जाएगा। आगे जानिए क्यों होगा होगा…

कब है धनतेरस? (Kab Hai DhanTeras)
पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 10 अक्टूबर, शुक्रवार को है। इसी दिन धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन धन के देवता कुबेरदेव के साथ-साथ आयुर्वेद के देवता धन्वन्तरि की पूजा भी की जाएगी। ये दिन खरीदी के लिए भी अति शुभ माना जाता है।

कब है रूप चतुर्दशी? (Kab Hai Rup Chaturdashi)
पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 11 अक्टूबर, शनिवार को रहेगी। इसी दिन रूप चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा। इसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। इस दिन सुबह अभ्यंग स्नान करने और शाम को यमराज के निमित्त दीप दान करने की परंपरा है।

कब मनाएंगे दीपावली? (Kab Hai Dipawali)
पंचांग के अनुसार, 12 अक्टूबर, रविवार को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी दोपहर 02:45 तक रहेगी, इसके बाद अमावस्या तिथि अगले दिन यानी 13 नवंबर, सोमवार की दोपहर 02:57 तक रहेगी। चूंकि दीपावली उत्सव शाम को अमावस्या के संयोग में मनाया जाता है। ये स्थिति 12 नवंबर को बन रही है, इसलिए इसी दिन लक्ष्मी पूजा की जाएगी।

सोमवती अमावस्या का संयोग (Somwati Amawasya Date November 2023)
दीपावली के अगले दिन यानी 13 नवंबर, सोमवार को कार्तिक मास की अमावस्या दोपहर 02:57 तक रहेगी, इसलिए इस दिन सोमवती अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। ये दिन पवित्र नदी में स्नान और जरूरतमंदों को दान करने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।

कब करें गोवर्धन पूजा? (Kab Kare Govardhan Puja)
पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 नवंबर, मंगलवार को रहेगी। इसी दिन गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा। महिलाएं इस दिन गोबर से गोवर्धन पर्वत का प्रतिरूप बनाकर पूजा करेंगी। इसे सुहाग पड़वा भी कहते हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं परिवार की बुजुर्ग महिलाओं का आर्शीवाद लेती हैं।

कब मनाएं भाई दूज? (Bhai Duj Kab Hai)
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि का संयोग 15 नवंबर, बुधवार को बन रहा है। इसी दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाइयों को भोजन के लिए आमंत्रित करती हैं और उन्हें तिलक लगाकर आशीर्वाद देती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से भाई की उम्र बढ़ती है।

Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

Show More

Related Articles

Back to top button